एआईबी ने के एक नॉकआउट राउंड किया लगभग एक घंटे का और इसे यूट्यूब पर धड़ल्ले से दिखा भी रहे हैं | मैंने कई लोगों के ट्विटर और फेसबुक पर इसकी बड़ाई सुनकर मैंने भी देखने का प्रयास किया लेकिन मुझे इसमें उस फूहड़ता की झलक दिखी जो इनके जैसे लोगों के अन्दर नहीं होनी चाहिए थी | अपनी माँ के सामने कारन जौहर जिस प्रकार के अश्लील हरकतों को अंजाम दे रहे थे और बातों में कहीं भी नैतिकता थी ही नहीं, मुझे नहीं लगता कि उनके परिवार में कभी भी किसी प्रकार के नैतिक आचरण का माहौल रहा होगा |
अलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा, दीपिका पादुकोण और भी अन्य गणमान्य कलाकार जैसे लोग जिन्हें महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म पर तुरंत मिर्ची लग जाती है वो लोग इस अश्लील कार्यक्रम का ख़ुशी से हिस्सा बन रहे थे | पता नहीं कितनी लडकिय इन्हें इनकी मेहनत के लिए अपना आदर्श मानती हैं और इनकी हरकतें ऐसी कि इन्हें कोई शरीफ व्यक्ति अपने घर में बाई भी न रखे |
अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह सरीखे बेहतरीन कलाकार भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होते हुए गर्व महसूस कर रहे थे | तर्क यह था कि इस पूरे बकवास कार्यक्रम से इन लोगों ने जो पैसे कमाए हैं उसमे से चालीस लाख रूपए दान दिए हैं | क्या जिनकी एक फिल्म की फीस करोड़ों में होती हो उन्हें लाखों में दान करने के लिए किसी शो को करने की आवश्यकता पड़नी चाहिए ?? और वो भी ऐसा शो जिसे किसी सभ्य समाज में देखा ही न जा सके |
कुछ चीजें बहुत ही व्यक्तिगत होती हैं, मेरा यह भी मानना है कि बहुत घनिष्ठ मित्र आपस में गाली गलौच से बात करते रहते हैं लेकिन इनका भी एक दायरा होता है, सार्वजनिक नहीं होता |
और इसके बाद दर्शकों की बात करें तो इसकी वाहवाही करने वाले दर्शक वही हैं जिन्हें चीप मेंटालिटी वाले लोग नहीं पसंद हैं, जिन्होंने आँखों पर आधुनिकता के चश्मे पहने हुए हैं | ये वही हैं जो एक रेप होने पर मोमबत्ती लेकर बैठ जाते हैं क्योंकि मीडिया उसे ठीक से दिखाता है और अपने बगल वाले घर में ही किसी पीड़ित महिला या लड़की की मदद नहीं करने जाते क्योंकि ये दुसरे घर का मामला होता है |
अपील बस इतनी है कि आपसे उम्मीद अच्छे की होती है इसलिए दुःख होता है आपके दुष्कर्मों पर | आगे से ऐसा न हो इसकी मात्र फिर से उम्मीद ही कर सकते हैं |
This comment has been removed by the author.
ReplyDelete